अब मुझे कुरबां अपनी ही फ़िक्र ... Unknown 8:38 AM Add Comment Edit अब मुझे कुरबां अपनी ही फ़िक्र है , मैं भला किसी को कैसे बुरा कहूँ | मगर नहीं वजूद मेरा झुका हुआ , मैं भला उसको कैसे बेसुरा कहूँ | ... Read More